
किनवट, परमेश्वर पेशवे। 31 अगस्त 2024 को किनवट के समूह शिक्षा अधिकारी शिवाजी बणे सेवानिवृत्त हो रहे हैं, और उनके स्थान पर जिला परिषद प्रशासन प्रभारी समूह शिक्षा अधिकारी के पद पर लेनदेंन कर वरिष्ठता के नियमों को दरकिनार दिखाकर अन्य व्यक्ती को नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। समूह शिक्षा अधिकारी के पद पर प्रभारी पद पे वरिष्ठता के नियमों के अनुसार नियुक्त किया जाना चाहिये, तथा व्यवसाय क्षेत्र में रिक्त पदों के बैकलॉग को भी भरने की मांग मुख्य कार्यकारी अधिकारी मीनल करणवाल को एक लिखित बयान के माध्यम से संध्या राठौड़ द्वारा की गई है।
दिये गाये मेमरेंडम में कहा गया है कि, किनवट आदिवासी तालुका के समूह शिक्षा अधिकारी शिवाजी बणे 31 अगस्त को रिटायर्ड हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में, किनवट तालुका में कुल आठ शिक्षा विस्तार अधिकारी कार्यरत हैं और उनकी वरिष्ठता सूची के अनुसार, किनवट समूह के छठे स्थान पर रहनेवाले विस्तार अधिकारी की अवैध नियुक्ति करने के लिए जिला परिषद प्रशासन ने एक प्रस्ताव तैयार करने की योजना बनाई है। प्रभारी समूह शिक्षा अधिकारी इससे पहले भी इसी विस्तार अधिकारी को किनवट में अवैध प्रभारी समूह शिक्षा अधिकारी पद पे नियुक्त किया गया था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने किनवट तालुका के शिक्षा क्षेत्र को निश्चल स्तर में ले जाने का काम किया। फिर वरिष्ठता के नियम का उल्लंघन कर ऐसे लालची विस्तार अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की जानी चाहिए तथा प्रभारी समूह शिक्षा अधिकारी का पद नियमानुसार भरा जाना चाहिए।
इसके अलावा पवित्र शिक्षा क्षेत्र में भी कर्मचारियों की कई रिक्तियां हैं। इसलिए, किनवट, माहुर तालुका में छात्रों की तीव्र शैक्षिक प्रगति और सर्वांगीण विकास कठिन हो गया है। गांवों, वाडी और टांडा में शिक्षा की गंगा पहुंचाना जरूरी है, एक तरफ भौतिक सुविधाओं का अभाव है, कर्मचारी नांदेड़ से आते-जाते हैं और शिक्षकों पर लगाम कसने वाले शिक्षा विस्तार अधिकारी ही कभी काबर आते हैं। कुछ ऐसे विस्तार अधिकारी है, जो अपनी मर्जी अनुसार आते जाते रहतें है और जो नांदेड जिला परिषद में साहेब बनकर घुमते राहतें है, क्या..? ऐसे लोगो कि नियुक्ती से शैक्षिक विकास होगा।
विस्तार अधिकारी माहुर, विस्तार अधिकारी इस्लापुर और अन्य कर्मचारियों की लिखित शिकायत, उत्तर नांदेड़ जिला महिला अध्यक्ष संध्याताई प्रफुल्ल राठौड़ ने आज तारीख 21 अगस्त को मुख्य कार्यकारी अधिकारी मीनल करणवाल को एक बयान देकर कहा कि, पेसा के तहत अब तक काम करने के लिए तैनात अधिकारियों पर कार्रवाई करने की शिकायत की है। यहां भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अभिभावक मंत्रा से शिकायत करेंगे। इस संबंध में राजनीतिक विद्यमान और पूर्व विधायक ज्यादा गंभीर नहीं हैं। ऐसी चर्चा किनवट और माहूर तहसील में हो राही है।
