हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| मौजे सरसम ग्राम आबादी के एक घर में दो महिलावो का गर्भपात करणे कि तैयारी शुरु हैं। ऐसी जाणकारी सरसम स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारियों को मिलते हि उन्होने पुलिस टीम लेकरं जिला परिषद मतदार संघ के मुख्य गांव सरसम के भरी बस्ती में एक मकान में चल रहे अवैध गर्भपात केंद्र पर छापा मारा. इस दौरान मौके पर मौजूद फर्जी डॉक्टर और दो महिलाये वहां से भाग निकले, मौके पर फर्जी डॉक्टर के घर से गर्भपात की दवा समेत अन्य सामान बरामद हुआ, जिसे जब्त कर लिया गया है. इस संबंध में हिमायतनगर पुलिस स्टेशन में फर्जी डॉक्टर पंडित वाठोरे के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. घटना कि अगली ज्यांच पुलिस अधिकारी अमोल भगत कर रहें है।
इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, नांदेड जिले के हिमायतनगर तहसील में आनेवाले सरसम जिला परिषद मतदार संघ के मुख्य गांव सरसम बु के एक घर में विगत कई सालो से अवैध्य गर्भपात का कारोबार चलाया जा रहा है। इस बात कि गुप्त सूचना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. वैभव नखाते को मिली, कि मौजे सरसम गांव में जाने वाली सड़क पर स्थित आबादी में दो महिलाएं गर्भपात करा रही हैं। इसके आधार पर, तारीख १३ रोजी उन्होंने हिमायतनगर पुलिस को अपने साथ लिया और उस स्थान का दौरा किया जहां यह गंदा काम चल रहा था। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर डॉक्टर पंडित वाठोरे के साथ वहां मौजूद दो महिलाएं अंधेरे का फायदा उठाकर पीछे की तरफ से भाग गईं। इस समय पुलिस को फर्जी डॉक्टर के घर से गर्भपात की दवाइयां, अन्य सामग्री के बैग मिले हैं और इन सभी सामग्रियों को जब्त कर लिया गया है.
डॉ. वैभव नखाते इस मामले में हमारे संवादादाता से बटाटे हुए कहा कि, जब हमने घर पर छापा मारा तो डॉक्टर और महिला अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। परिणामस्वरूप, हमने घर का निरीक्षण किया और पाया कि गर्भपात करने के लिए बिना किसी लाइसेंस के यह काम किया जा रहा था। फर्जी डॉक्टरों और बिना मेडिकल गर्भपात के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है, छापा मारणे के बाद यहा केवल होम्योपैथिक सहयोगी डॉ. पंडित वाठोरे का पहचान पत्र, विभिन्न प्रकार की दर्द निवारक गोलियाँ, एनेस्थीसिया इंजेक्शन, गर्भपात के लिए उपयोग में आनेवाले एनपीटी किट, यहां मिले दो बैगों में आदि सामान मिला है।
मामला दर्ज होने के बाद शुक्रवार तारीख १७ रोज को नांदेड़ से फॉरेंसिक लैब की टीम ने यहां आकर पंचनामा किया और सभी सामग्रियों और घर का निरीक्षण किया. साथ ही उस फर्जी डॉक्टर के घर को सील कर दिया गया है. एक तरफ जब सरकार ने गर्भपात को लेकर सख्त कानून बना दिया है तो सरसम जिला परिषद गुट के मुख्य गांव सरसम में कई वर्षों से चल रहा निजी गर्भपात केंद्र क्यों..? चल रहा है. इन्हे किसका सपोर्ट है… ऐसा सवाल आम जनता से उपस्थित किया जा रहा है। चूंकि गर्भपात के सक्त कानून के बाद ग्रामीण इलाकों के ग्राहक शहर जाकर भी गर्भपात नहीं करा सकते, ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि क्या ग्रामीण इलाकों में यह कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा था.
बताया जाता है कि सरसम ग्राम में स्थित अवैध गर्भपात केंद्र का संचालन ग्रामीण इलाके के कुछ एजेंटों के माध्यम से किया जा रहा है, जो इस काम में शामिल हैं. किसी के इशारे पर सरसम जिला परिषद क्षेत्र में इस तरह का काम किया जा रहा है. उस दिशा में जांच की जा रही है कि क्या इस अवैध गर्भपात केंद्र का शहर के कोई बडे रैकेट से संबंध है..? क्या इसका सहयोगियों… चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले… या अस्पतालों में काम करने वाले कंपाउंडर से कोई लेना-देना है…? गर्भपात से पहले लिंग का पता कहां लगाया गया… इस फर्जी डॉक्टर ने अब तक कितने गर्भपात किए..और गर्भपात किए गए अभ्रक को कैसे और कहां ठिकाने लगाया? मांग की जा रही है कि इस अवैद्य अपराध में कौन कौन शामिल है, इसकी पुलिस जांच करे और इस मामले का पर्दाफाश करे. इस संबंध में संपर्क करने पर पुलिस निरीक्षक अमोल भगत ने बताया कि चिकित्सा आधिकारी द्वारा दी गयी शिकायत के आधार पर फर्जी चिकित्सक व अचिकित्सीय गर्भपात के मामले में कानूनी मामला दर्ज कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि इस घटना की जांच चल रही है.
इस फर्जी डॉक्टर ने पिछले चुनाव के दौरान सरसम जिला परिषद समूह से चुनाव लड़ने के लिए अपने परिवार के सदस्यों को उम्मीदवार बनाकर राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश कराने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। एक प्रतिष्ठित व्यक्ति होने के कारण लोग उनके मामलों पर ध्यान नहीं देते थे। लेकिन दिन-ब-दिन इस तरह के अचिकित्सीय गर्भपात की चर्चा होने लगी, 13 तारीख को कुछ जागरूक नागरिकों ने एक फर्जी डॉक्टर के घर में अचिकित्सीय रूप से गर्भपात किये जाने की जानकारी दी और इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ हो गया. हालांकि डॉक्टर फरार हो गया है, लेकिन पुख्ता सबूत मिलने पर डॉक्टर पंडित वाठोरे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इस घटना के तार कितने दूर तक हैं? पुलिस इसकी तलाश कर रही है और आरोपियों व इस अवैध कार्य में शामिल लोगों के चेहरे सामने लाने का काम पुलिस को करना है.