हदगांव, शेख चांदपाशा| हदगांव पुलिस थाना परिसर में नागपंचमी उत्सव के बीच पति ने अपनी पत्नी पर कुल्हाड़ी से हमला कर आत्महत्या कर ली. त्योहार के दिन इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से तालुका में शोक व्यक्त किया जा रहा है। इसके चलते नागरिकों का कहना है कि, हदगांव तालुका के पुलिस स्टेशन में कम से कम हर महीने काउंसलिंग (सुमूपदेशन) होनी जरूरी है।
नांदेड जिले के हदगांव तहसील में आनेवाले ग्राम ल्याहरी में मृतक शिवराम म्हात्रे उम्र 42 वर्ष इन्होने अपनी पत्नी सुनीता सीताराम उम्र 35 वर्ष, इसपर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. और उसने घर में ही एक तीनशेड कि लकडी से रस्सी बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बारे में ज्ञात जानकारी यह है कि, जब मृतक शिवराम म्हात्रे ने अपनी पत्नी को कुल्हाडी से मारा तो वह बेहोश होकर खून से लतपत अवस्था में जमीन पर गीर गई. कुछ देर बाद जब वह शुद्धि अवश्य में आई तो रेंगते हुए घर से बाहर निकली।
जैसे ही बाहरी लोगों ने यह दृश्य देखा, कुछ नागरिकों और ग्राम प्रधान लोगो ने एम्बुलेंस को बुलाया और उसे हदगांव शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई। उपजिला अस्पताल के मुताबिक उनकी हालत खतरे से बाहर है. विशेष रूप से यह बताना होगा कि इस गांव के प्रमुख नागरिकों ने सामाजिक दृष्टिकोण रखते हुए गंभीर रूप से घायल हुई महिला को समय पर अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गयी.
पुलिस को काउंसलिंग करनी चाहिए
हदगांव तालुका में तीन पुलिस स्टेशन और एक पुलिस चौकी हैं। तालुका में ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए, शहर के साथ-साथ तालुका के गांव में भी पुलिस द्वारा काउंसलिंग करना आवश्यक है। इसमें मुख्य पदाधिकारी के साथ-साथ महिला पुलिस पदाधिकारियों को भी शामिल करना बहुत जरूरी है. खास बात यह है कि हाल ही में हदगांव थाने में आए नए पुलिस इन्स्पेक्टर थाने का कार्यभार संभाल रहे हैं और कुछ नागरिकों, समाजसेवियों, पत्रकारों से सुझाव भी मांग रहे हैं. हालांकि मामला सामाजिक दृष्टि से अच्छा है, लेकिन नागरिक उम्मीद कर रहे हैं कि निर्देशों पर अमल होना चाहिए. और जनता में जागरूकता निर्माण करणे के लिये सुमूपदेशन की आवश्यकता है।