आदिलाबाद – नांदेड़ इंटरसिटी एक्सप्रेस में कोचों की संख्या बढ़ाई जाए- रेल यात्रियों की मांग
यात्रियों की भीड़ है और भीड़ के कारण खड़े होने की जगह नहीं
हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| आदिलाबाद से नांदेड़ के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में कोचों की संख्या कम है। नतीजा यह है कि यात्रियों कि तादाद बड़ी संख्या में होणे से अंगिणत मुसीबतो का सामना करते यात्रा करणी पड रही है। और भीड़ इतनी हो जा रही है कि लोग कह रहे हैं कि खड़े होने की जगह नहीं है. इसलिए यात्रियों की मांग है कि इस ट्रेन में यात्री डिब्बे (कोचों की संख्या) बढ़ाए जाएं.
तिरूपति, आदिलाबाद कृष्णा एक्सप्रेस ट्रेन रात 10:30 बजे हिमायतनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचती है। और यही ट्रेन सुबह 8 बजे आदिलाबाद से नांदेड़ के लिए रवाना होकर सुबह 9:30 बजे हिमायतनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचती है। यह ट्रेन आदिलाबाद के साथ-साथ किनवट, बोधडी, (इस्लापुर) सहस्रकुंड, हिमायतनगर, भोकर, मुदखेड से नांदेड़ तक यात्रियों को ले जाती है। विशेषकर हिमायतनगर में यात्रियों की संख्या अधिक होती है।
चुंकी हिमायतनगर शहर एक बाज़ार होने के कारण यहाँ विदर्भ, तेलंगाना से बड़ी संख्या में लोग आते जाते रहते हैं। इस समय आदिलाबाद से नांदेड़ जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन यात्रियों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। इस ट्रेन में यात्रियों की संख्या अधिक और यात्री कोचों की संख्या कम है। ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि ट्रेन फुल होने के कारण यात्रियों को जगह के अभाव में ढाई घंटे तक खड़े होकर यात्रा करनी पड़ रही है।
महिला, बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और पैर रखने की जगह नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यात्री की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए इस रेलवे ट्रेन में यात्रियों को राहत देने के लिए यात्री डिब्बों की संख्या बढ़ानी चाहिए। वहीं सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा की गारंटी की मांग सामाजिक कार्यकर्ता ज्ञानेश्वर माने, संदीप तुप्तेवार, दशरथ हेंद्रे आदि समेत ट्रेन मी सफर करनेवाले यात्रियों द्वारा की जा रही है।